बिहार के CM नीतीश कुमार के साथ अरुणाचल में BJP ने बड़ा खेल कर दिया है
बिहार में जिनके साथ सरकार चल रही है, अरुणाचल में उन्हीं के विधायकों ने पाला बदल गए. अब तक पश्चिम बंगाल से ही पाला बदलने की खबरें आ रहीं थीं लेकिन इस बार खबर अरुणाचल प्रदेश से आई है. बिहार में एनडीए की सरकार में जनता दल यूनाइटेड के सीएम नीतीश कुमार हैं. अरुणाचल में उन्हीं की पार्टी जेडीयू के 6 विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. राजनीतिक पंडित कह रहे हैं इससे भाजपा-जदयू के संबंधों में बिहार में भी असर पड़ सकता है.
7 में 6 विधायक पार्टी छोड़ गए
अरूणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के 7 विधायक थे. इन 7 विधायकों में से 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं. सियासी उलटफेर के बाद 60 सदस्यों वाली अरुणाचल विधानसभा में बीजेपी के 48 विधायक हो गए हैं. वहीं जेडीयू के पास अब सिर्फ एक विधायक बचा है. कांग्रेस और एनसीपी के पास 4-4 विधायक हैं. राज्य विधानसभा की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के लिकाबाली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक करदो निग्योर भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बुलेटिन के अनुसार रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू भाजपा में शामिल हो गए हैं.
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में सिर्फ 1 विधायक बचा है.Photo: AP
जेडीयू ने विधायकों को जारी किया था कारण बताओ नोटिस
जेडीयू ने 26 नवंबर को सियनग्जू, खर्मा और टाकू को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें निलंबित कर दिया था. जेडीयू के इन 6 विधायकों ने इससे पहले पार्टी के सीनियर सदस्यों को कथित तौर पर बताए बिना ही तालीम तबोह को विधायक दल का नया नेता चुन लिया था. पीपीए विधायक को भी क्षेत्रीय पार्टी ने इस महीने की शुरुआत में निलंबित कर दिया था. अरुणाचल प्रदेश के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीआर वाघे ने कहा उन्होंने पार्टी में शामिल होने वालों की चिट्ठी को स्वीकार कर लिया है.
2019 चुनाव में जेडीयू ने सबको चौंकाया था
2019 में अरुणाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव में किसी को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि जेडीयू अच्छा प्रदर्शन करेगी. विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौंकाया था. नीतीश कुमार की जेडीयू 15 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. उसने 15 में से 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी (41) के बाद जेडीयू 7 विधायकों के साथ अरुणाचल प्रदेश में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई थी.
सियासी जानकारों का मानना है कि पार्टी में इस तरह से सेंध लगने से नीतीश कुमार जरूर निराश होंगे. हालांकि न तो पार्टी और न ही सीएम नीतीश कुमार ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया दी है.