स्वामी हिरदाराम जी का जीवन सेवा व समर्पण के लिए प्रेरणादायी- कपिल मुनि
Ajmer.
ब्रह्मलीन स्वामी हिरदाराम साहब उदासीन की पुण्यतिथि पोष अमावस बुधवार को श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम पुष्कर में श्रद्धासुमन के साथ मनाई गई।
हरिद्वार से पधारे महंत कपिल मुनि ने कहा कि स्वामी जी का यह संदेष पुष्कर प्रसाद के रूप् में पूरे संत समुदाय में अपनी बात रखता है स्वामी जी कहते थे बूढे, बच्चे और बीमार है, परमेश्वर के यार, करों भावना से सेवा इनकी पाओगे लोक पर लोक में सुख अपार। जैसा संदेश देकर अपने अनुयाईयों को सही राह दिखाकर गए।
महंत राममुनि ने कहा कि स्वामी हिरदाराम का जीवन सदैव जरूरतमंद परिवारों की सेवा, चिकित्सा सेवा के साथ बेजुबान पक्षियों व गाय माता के लिए भी समाज को जोड़ने का कार्य किया जिसका सदैव स्मरण रखा जाये।
महंत हनुमानराम ने जानकारी देते हुये बताया कि स्वामी जी के अनुयाईयों के साथ शुभारंभ शिव अभिषेक को पूजन किया गया एवं सामूहिक हवन के पश्चात् रामधुनी, आरती व प्रसादी का आयोजन संत महात्माओं के सानिध्य में रखा गया।
इस अवसर पर ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास उदासीन, गौतम सांई, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास, जतोई दरबार के भाई फतनदास सहित संतो ने अपनी ओर से भी श्रृद्ासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर अजमेर, पुष्कर, भरतपुर, कोटा शहर से श्रृद्धालुओं ने भागीदारी निभाई।
कोरोना महामारी का ध्यान रखते हुए सरकारी की गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए मास्क व सेनेटाइजर का उपयोग किया गया।
कंवल प्रकाश
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