५५१ गुरु नानक जयंती पर विशेष, भगवान एक है और भगवान सभी जगह पर है

गुरु नानक जयंती पर नेताओं, बॉलीवुड एक्टर समेत दिग्गजों ने दी बधाई
Guru Nanak Jayanti, Gurpurab 2020 LIVE Updates: गुरु नानक देव ने समाज को एकजुटता के लिए कई संदेश दिए. गुरु नानक देव का कहना था कि भगवान एक है और भगवान सभी जगह पर है. उनका कहना था कि हमेशा मेहनत करनी चाहिए और लोगों की सहायता करनी चाहिए.
1:13 PM IST | 30 NOV 2020
दिल्ली: #GuruNanakJayanti के अवसर पर श्रद्धालुओं ने आज गुरुद्वारा रकाब गंज में माथा टेका और पूजा की। pic.twitter.com/86UkOn3skG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
12:37 PM IST | 30 NOV 2020
बॉलीवुड से भी कई दिग्गज गुरु नानक जयंती पर दे रहे हैं बधाई
गुरु नानक जयंती पर आप सबको बहुत सारी शुभकामनाएँ और बधाइयाँ ??
— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) November 30, 2020
11:44 AM IST | 30 NOV 2020
दिल्ली: गुरु नानक देव जी की 551 वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धालुओं ने आज बंगला साहिब में माथा टेका और पूजा की। pic.twitter.com/gZoyjI9ZlA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
11:14 AM IST | 30 NOV 2020
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रकाश पर्व की दी शुभकामनाएं
श्री #गुरु_नानक_देव_जी के 551 वें प्रकाश उत्सव के अवसर पर आइए आज उनके 3 प्रमुख संदेशों को याद करते हैं
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 30, 2020
सभी एक समान हैं
सबसे समान व्यवहार करो
किसी का हक मत मारो
आप सभी को प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।#GuruNanakJayanti
11:01 AM IST | 30 NOV 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरु पूरब की दी बधाई
अहंकार से दूर, सत्य और भाईचारे की सीख देने वाले गुरु नानक देव जी को मेरा नमन।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2020
गुरु पूरब की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।#GuruNanakJayanti2020 pic.twitter.com/8jW0CxSLg9
10:59 AM IST | 30 NOV 2020
बिहार: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पटना के गंगा घाट पर स्नान किया और पूजा की। pic.twitter.com/YyAFHGg1zD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
10:09 AM IST | 30 NOV 2020
पंजाब: गुरु नानक देव जी की 551 वीं जयंती के अवसर पर भक्तों ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में माथा टेका और पवित्र स्नान किया.
Punjab: Devotees offer prayers at Harmandir Sahib (Golden Temple) in Amritsar on the occasion of 551st birth anniversary of Guru Nanak Dev ji. pic.twitter.com/68oKsgKwC9
— ANI (@ANI) November 30, 2020
10:01 AM IST | 30 NOV 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती पर आज उन्हें श्रद्धांजलि दी और कामना की कि उनके विचार समाज की सेवा करने के लिए, बेहतर संसार सुनिश्चित करने के लिए सभी को प्रेरित करते रहें. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "मैं इस प्रकाश पर्व पर श्री गुरु नानक देव जी को नमन करता हूं. उनके विचार हमें समाज की सेवा करने और एक बेहतर संसार सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करते रहें."
9:59 AM IST | 30 NOV 2020
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सिख गुरु की शिक्षाओं में सार्वभौमिक अपील है और लोगों को करुणा और विनम्रता के मार्ग पर चलने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहेंगे. नायडू ने अपने संदेश में कहा, "भारत के आध्यात्मिक नेताओं, गुरुओं, सुधारकों और संतों के बीच उनका एक विशिष्ट स्थान है. उनकी शिक्षाओं में सार्वभौमिक आग्रह है और वे हमें हमेशा करुणा और विनम्रता के मार्ग पर चलने और संपूर्ण मानव जाति के प्रति सम्मान दिखाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे, चाहे वह किसी भी जाति, पंथ या धर्म के हों."
9:57 AM IST | 30 NOV 2020
प्रकाश पर्व पर घरों में भी लोग सिख गुरुबाणी का पाठ करते हैं और गुरुनानक देव को याद करते हैं. इस दिन जुलूस और शोभा यात्रा भी निकाली जाती है. इसके जरिए गुरु नानक देव की ओर से दिए गए संदेश लोगों तक पहुंचाए जाते हैं. वहीं इस दौरान सिख धर्म के धार्मिक ग्रंथ श्री गुरुग्रंथ साहिब को फूलों की पालकी से सजे वाहन पर गुरुद्वारा लाया जाता है.
देशभर में आज गुरु नानक जयंती मनाई जा रही है. हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु माने जाते हैं. कहा जाता है कि बचपन से ही गुरु नानक देव का आध्यात्मिकता की तरफ काफी रुझान था और वह सत्संग और चिंतन में लगे रहते थे.
30 साल की उम्र तक गुरु नानक देव का ज्ञान परिपक्व हो चुका था और परम ज्ञान हासिल होने के बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन सत्य का प्रचार किया. गुरु नानक देव की जयंती को सिख धर्म के लोग बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा से प्रकाश पर्व या गुरु पर्व के तौर पर मनाते हैं. कहा जाता है कि ईश्वर की तलाश की खातिर गुरु नानक ने 8 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था.
गुरु नानक देव का झुकाव बचपन से ही आध्यात्म की तरफ होने के कारण उन्होंने सांसारिक कामों से दूरी बना ली थी. वे लगातार ईश्वर और सत्संग की तरफ रुचि लेने लगे थे. ईश्वर के प्रति गुरु नानक का समर्पण काफी ज्यादा था, जिसके कारण लोग उन्हें दिव्य पुरुष मानने लगे. गुरु नानक जयंती यानी प्रकाश पर्व के मौके पर गुरुद्वारों में शब्द-कीर्तन का आयोजन किया जाता है. इसके साथ ही अलग-अलग जगहों पर लंगर भी लगाए जाते हैं
