छंटनी

-----
घर की माली हालत ठीक नहीं है। ऊपर से मोहन की कंपनी में छंटनी का दौर चल रहा सो अलग। पूरा परिवार पिछले कुछ दिन से इसी भय में जी रहा है कहीं मोहन भी छंटनी का शिकार ना हो जाए। आज मोहन घर से आॅफिस के लिए निकलते वक्त पत्नी पूजा से पूछता है - अरे तुमने स्कूल में जाॅब के लिए इंटरव्यू दिया था क्या हुआ? जवाब मिलता है - अभी तो कोई खबर नहीं आई उधर से। इस बीच सास का स्वर गूंजता है उस एक स्कूल के भरोसे मत बैठ दूसरी जगह कोशिश कर कहीं मिल जाए अच्छी नौकरी। यह सुन बिन कुछ और कहे मोहन आफिस निकल जाता है। पूजा भी घर का काम निपटा कर भर दुपहरी में जाॅब तलाशने निकल पड़ती है। शाम को जब वह घर लौटती है तो उसके हाथ में नियुक्ति पत्र और चेहरे पर चमक रहती है। सास को जब बताती है कि नौकरी लग गई तो वह भी खुश हो जाती हैं। मोहन घर लौटता है तो वह यह जानकारी पाकर राहत की सांस लेता है। मन ही मन तीनों सोच रहे - अब छंटनी हुई तो भी घर चलाने में दिक्कत नहीं आएगी।
माधुरी शुक्ला, कोटा
फ़ोन नंबर - 6375060554
