कोहली को IPL 2019 की पहली जीत तो मिली मगर भाई की जेब भी कट गई

आखिरकार विराट कोहली की टीम इस आईपीएल सीजन में अपना पहला मैच जीत ही गई. 7 मैचों में पहला मैच जीती. खुद कप्तान कोहली और एबी डिविलियर्स का बल्ला चला और टीम को जीत हासिल हुई. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मोहाली में बेंगलोर ने 174 के टारगेट को पार कर ये जीत हासिल की. विराट कोहली के लिए अच्छी खबर तो आई मगर साथ ही बुरी खबर भी साथ ही नत्थी थी. और वो ये कि विराट कोहली को 12 लाख रुपए का जुर्माना भी हुआ है. वो इसलिए क्योंकि इस मैच में कोहली की टीम का ओवर रेट स्लो था. ये कोहली की टीम का पहला जुर्म था इसलिए सिर्फ 12 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है.
वैसे इस सीजन में कोहली तीसरे ऐसे कप्तान हैं जिन्हें स्लो ओवर रेट के लिए फाइन किया गया है. इनसे पहले मुंबई इंडियंस के रोहित शर्मा औऱ राजस्थान रॉयल्स के अजिंक्य रहाणे पर भी स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना लग चुका है. इस मैच में बेगलोर ने पहले फील्डिंग की और पंजाब को 20 ओवरों में 173/4 के स्कोर पर रोक लिया. उसके बाद टीम के लिए कप्तान कोहली ने 53 गेंदों पर 67 रन और डिविलियर्स ने 38 गेंदों पर 59 रनों की पारी खेलकर टीम को जितवा दिया.
स्लो ओवर रेट का मसला इस बार काफी सामने आ रहा है क्योंकि ज्यादातर टीमें अपने हिस्से के ओवर टाइम से खत्म नहीं कर पा रही हैं और मैच खत्म होने में चार घंटे से ज्यादा का वक्त लग रहा है. इसके पीछे कई कारण हैं जैसे टीमें ड्यू यानी ओस के चलते जल्दी ओवर नहीं खत्म कर पाती हैं और स्ट्रेटीजिक टाइम आउट में भी टाइम जाता है.
इस बारे में पहले ही चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग और सरराइजर्स हैदराबाद के कोच टॉम मूडी चिंता जता चुके हैं. जानकार मान रहे हैं कि अंपायरों को इस मामले में सख्ती दिखाने की जरूरत है और कैरीबियन प्रीमियर लीग की तरह अगर कोई टीम स्लो ओवर रेट रखती है तो उनके नेट रन रेट में पॉइंट कम कर दिए जाएं. इसपर टॉम मूडी पहले ही कह चुके हैं कि 12 लाख के फाइन से टीमों पर क्या ही फर्क पड़ता है. यहां टीमों को जिम्मेदारी से खेलना होगा. वहीं दिल्ली के असिस्टेंट कोच मोहम्मद कैफ ने अंपायरों से कहा था कि वो इस पर ध्यान दें कि टीमें जानबूझ कर धीमें फील्डरों को बतौर सबस्टिट्यूट कर रही हैं.
चूंकि ये पहली बार हुआ है इसलिए जुर्माना 12 लाख है. अगली बार ये होने पर कप्तान से 24 लाख रुपए और टीम के हर प्लेयर से करीब 6 लाख रुपए वसूले जाएंगे. अगर तीसरी बार कोई टीम स्लो ओवर रेट की दोषी पाई गई तो कप्तान से 30 लाख रुपए और अगले मैच का बैन के साथ साथ खिलाड़ियों से 12-12 लाख रुपए वसूले जाएंगे. इसलिए हर टीम को इस मामले में सतर्क होने की जरूरत है.
